चीन के ओपन सोर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में मजबूत उभार के बावजूद, अमेरिका ने सोमवार को एक नई रणनीति "ATOM प्लान" शुरू की, जिसका उद्देश्य ओपन सोर्स AI के वैश्विक नेतृत्व की पुनः प्राप्ति है।
"क्वेन प्रभाव" अमेरिका के चिंता का कारण बना
चीन के ओपन सोर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल के तेजी से विकास के कारण अमेरिकी टेक बॉलीवुड के लिए एक आपातकालीन खतरा बन गया है। Hugging Face के डेटा के अनुसार, अलीबाबा के "टॉंगयी क्वेन" (Qwen) श्रृंखला अपनी मजबूत क्षमता और पूर्ण रूप से मुफ्त होने के कारण वैश्विक विकासकर्ताओं के लिए पसंदीदा उपकरण बन रही है।
अमेरिका के लिए और भी चिंता का कारण यह है कि Artificial Analysis के अनुसार, विश्व के सबसे शक्तिशाली 15 आईएएम मॉडल में केवल 5 ओपन सोर्स मॉडल हैं - और ये पांचों सभी चीनी आईएएम कंपनियां द्वारा विकसित किए गए हैं। केवल इस महीने के जुलाई में, अलीबाबा ने चार अग्रणी ओपन सोर्स आईएएम मॉडल जारी किए, जबकि इसी अवधि में अमेरिकी विकासकर्ताओं ने कोई भी ऐसा परिणाम प्रस्तुत नहीं किया।
ATOM प्लान का मुख्य व्यवस्थापन
इस प्लान के तहत एक अमेरिका में स्थित गैर-लाभकारी आईएएम प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी, जो वैश्विक विकासकर्ताओं द्वारा मुफ्त उपयोग और सुधार के लिए वास्तविक खुले आईएएम मॉडल विकसित करने में केंद्रित रहेगी। मुख्य व्यवस्था में अत्यधिक आधुनिक GPU चिप्स के अधिक से अधिक 10,000 टुकड़े शामिल हैं, जो बड़े पैमाने पर आईएएम मॉडल ट्रेनिंग के लिए गणना क्षमता प्रदान करेंगे।
इस प्लान को दस से अधिक उद्योग नेताओं द्वारा हस्ताक्षर के समर्थन प्राप्त हुआ है, जिनमें प्रसिद्ध टेक निवेशक बिल गोली, Hugging Face के सीईओ क्लेमेंट डेलॉन, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर क्रिस मैनिंग आदि शामिल हैं।
तकनीकी प्रतिस्पर्धा के पीछे रणनीतिक विचार
ATOM प्लान के आयोजक नेथन लैंबर्ट ने स्वीकार किया कि, "अमेरिका यदि तेजी से कार्य नहीं करता है, तो जल्द ही पीछे छूट जाएगा।" उन्होंने बताया कि समस्या लोगों या तकनीक की कमी नहीं है, बल्कि प्रभावी समन्वय और धन समर्थन की कमी है।
विश्लेषकों का मानना है कि यदि ATOM प्लान असफल रहता है, तो अमेरिका ओपन सोर्स AI के क्षेत्र में लगातार पिछड़े रहेगा, और वैश्विक AI प्रौद्योगिकी के विकास के लिए महत्वपूर्ण प्रभाव खो देगा, जो उसकी तकनीकी रणनीतिक स्थिति के लिए मूलभूत चुनौती बन सकता है।